भारत में पोस्ट ऑफिस की 5 शीर्ष लोकप्रिय योजनाएं (Top 5 Popular Schemes of Post Offices in India)

Top 5 Popular Schemes of Post Offices in India

भारतीय पोस्ट ऑफिस (Indian Post Office) की योजनाएँ सभी क्षेत्रों के व्यक्तियों के वित्तीय लक्ष्यों और जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार की गई हैं जो बचत और आय (Saving and Income) योजनाओं की एक विविध श्रृंखला प्रदान करती है। यहां, आपके लिए भारत में पोस्ट ऑफिस की 5 शीर्ष लोकप्रिय योजनाएं हैं (Here are Top 5 Popular Schemes of Post Offices in India), जो आकर्षक रिटर्न के साथ सुरक्षित निवेश का विकल्प प्रदान करने के लिए ही डिज़ाइन की गई हैं।

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ऐसी योजनाएँ सरकार द्वारा समर्थित होने के कारण विशेष रूप से लोकप्रिय हैं जो लोगों में सुरक्षा और विश्वसनीयता को सुनिश्चित करती हैं। टैक्स लाभ, नियमित बैंक बचत की तुलना में अधिक ब्याज दर और दूर दराज के क्षेत्रों में भी पहुंच जैसी सुविधाओं के साथ, पोस्ट ऑफिस की ये योजनाएं वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) की आधार शिला हैं। जिससे भारत की बड़ी आबादी के बीच बचत की संस्कृति को विकसित करने में मदद मिलती है। बहुत सारी बचत योजनाएँ कॉमन हैं जो पोस्ट ऑफिस और बैंक दोनों में उपलब्ध हैं किन्तु हम यहाँ केवल पोस्ट ऑफिस खातों और योजनाओं की चर्चा करेंगे।

I. सार्वजनिक भविष्य निधि (Public Provident Fund – PPF)

सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) खाता भारत में एक लोकप्रिय दीर्घकालिक निवेश योजना है जो अपने आकर्षक टैक्स लाभों और स्थिर रिटर्न के लिए जानी जाती है। इस योजना को 1968 में वित्त मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था और आज PPF अकाउंट न्यूनतम 500 रुपये के साथ सालाना 1.5 लाख रुपये तक निवेश करने की अनुमति देता है।

वर्तमान में PPF प्रति वर्ष 7.1% (1 Jan 2024 से) ब्याज दर प्रदान कर रहा है और अधिक भी हो सकता है जो वार्षिक रूप से चक्र वृद्धि (Compound) होती है। ब्याज दर हर साल सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है। इस खाते की परिपक्वता अवधि (Maturity Period) 15 वर्ष है जिसे 5 वर्ष के ब्लॉक में बढ़ाया भी जा सकता है जो निवेशकों को दीर्घकाल तक इनकम प्रदान करता है।

पीपीएफ में किया गया निवेश आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत कर छूट के लिए पात्र है और अर्जित ब्याज और परिपक्वता राशि दोनों कर से मुक्त (Tax Free) हैं। यह खाता उन लोगों के लिए एक आदर्श बचत माध्यम है जो सुनिश्चित रिटर्न और कर (Tax) बचत के साथ सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं।

पीपीएफ खाता कैसे खोलें? (How to Open PPF Account?)

हालांकि PPF पोस्ट ऑफिस के अलावा किसी बैंक में भी खोला जा सकता है किन्तु हम यहाँ पोस्ट ऑफिस योजनाओं की बात कर रहे है। पोस्ट ऑफिस में सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाता खोलना बहुत आसान है जिसके लिए आप निम्नलिखित प्रक्रिया अपना सकते हैं:

  1. आपके आस-पास स्थित पोस्ट ऑफिस का पता लगाएं जो पीपीएफ खाता संबंधी सेवाएं प्रदान करता हो।
  2. पीपीएफ खाता खोलने का फॉर्म लें, जिसे फॉर्म ए (FORM A) भी कहा जाता है।
  3. आवेदन पत्र (फॉर्म) में माँगी गयी सभी जानकारी सही-सही एवं साफ शब्दों में भरें।
  4. अपने पहचान संबंधी प्रमाण पत्र जैसे आधार, पैन, ड्राइविंग लाइसेन्स, मतदाता पहचान पत्र या पासपोर्ट आदि और एक पासपोर्ट साइज का फोटो संलग्न करें।
  5. पीपीएफ खाता खोलने के लिए आवश्यक न्यूनतम राशि ₹500 है जिसे आपको फॉर्म के साथ ही जमा करना होगा।
  6. अब भरे हुए फॉर्म को प्रमाण पत्रों और प्रारंभिक राशि (जो कम से कम ₹500 है) के साथ पोस्ट ऑफिस के काउंटर पर जमा कर दें।
  7. खाता खुलने के साथ अंत में आपको पोस्ट ऑफिस कर्मचारी द्वारा प्रारंभिक जमा राशि की रसीद और एक पासबुक दी जाएगी जिसमें आपके द्वारा जमा राशि एवं इंटरेस्ट आदि का रिकॉर्ड समय समय पर दर्ज किया जाएगा।

यहाँ यह बात ध्यान रखनी चाहिए की इस खाते में वार्षिक निवेश की सीमा ₹1.5 लाख है और खाते को चालू रखने के लिए हर वित्तीय वर्ष यानी अप्रैल से मार्च तक कम से कम एक बार ₹500 जमा करना आवश्यक है।

नोट: नवीनतम एवं सही जानकारी के लिए हमेशा किसी भी पोस्ट ऑफिस शाखा से संपर्क कीजिये या इंडिया पोस्ट वेबसाइट से सूचना प्राप्त कीजिये।

PPF खाता बंद करना (Discontinuation of PPF Account)

  1. यदि किसी वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 500/- रुपये जमा नहीं किए जाते हैं तो उक्त पीपीएफ खाता बंद कर दिया जाएगा।
  2. बंद हुए खातों पर ऋण या निकासी की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
  3. बंद खाते को जमाकर्ता द्वारा खाते की परिपक्वता से पहले न्यूनतम राशि यानी 500 रुपये से अधिक रुपये जमा करके पुनर्जीवित किया जा सकता है। प्रत्येक डिफ़ॉल्ट वर्ष के लिए 50 रुपये डिफ़ॉल्ट शुल्क जमा करना होगा।
  4. एक वर्ष में कुल जमा राशि में पिछले वित्तीय वर्षों के डिफ़ॉल्ट वर्षों के संबंध में की गई जमा राशि शामिल होगी।

PPF खाते से निकासी (Withdrawal) ​

PPF खाते में withdrawal की सुविधा है किन्तु निम्न शर्तों के साथ:

  1. खाता खोलने के वर्ष को छोड़कर पांच साल के बाद वित्तीय वर्ष के दौरान 1 बार निकासी कर सकते हैं।
  2. निकासी की राशि चौथे वर्ष के अंत में या पिछले वर्ष के अंत में क्रेडिट पर शेष राशि का 50% तक और जो भी कम हो उस राशि की निकासी की जा सकती है।

पीपीएफ खाता कौन खोल सकता है? (Who Can Open the PPF Account?)

भारत में सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) खाता खोलने के लिए निम्नलिखित Eligibility Criteria हैं:

  1. निवेशक की भारतीय नागरिकता होना चाहिए। केवल देश में रहने वाले भारतीय नागरिक ही PPF खाता खोल सकते हैं।
  2. कम से कम 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति खाता खोल सकते हैं और अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं है।
  3. किसी भी नाबालिग का उसके नाम से पीपीएफ खाता खोला जा सकता है किन्तु खाता उसके माता पिता या कानूनी गार्जियन द्वारा संचालित किया जाना चाहिए।
  4. प्रत्येक व्यक्ति को अपने नाम पर केवल एक ही खाता रखने की अनुमति है। इसके अलावा उपर्युक्त पॉइंट 3 को ध्यान में रखते हुये किसी नाबालिग का खाता उस व्यक्ति के नाम से खोला जा सकता है।
  5. अनिवासी भारतीय (NRI) कोई भी नया PPF खाता खोलने के पात्र नहीं हैं पर यदि उन्होंने भारत के निवासी रहते हुए खाता खोला था, तो वह परिपक्वता (Maturity) तक उस खाते को जारी रख सकते हैं।

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II. सुकन्या समृद्धि खाता (Sukanya Samriddhi Account – SSA)

सुकन्या समृद्धि खाता (SSA) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण जमा योजना है जिसे “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” अभियान के तहत शुरू किया गया है। इसे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जनवरी, 2015 को लॉन्च किया गया था। सुकन्या समृद्धि योजना (SSA) लड़कियों की शिक्षा और शादी के खर्चों के लिए बचत करने के उदेश्य से लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए बनायी गयी है।

विभिन्न डाकघरों और बैंकों में SSA खोला जा सकता है। वर्तमान में 8.2 % की ब्याज दर (1 Jan 2024 से) प्रदान की जा रही है। इसकी शुरुआत के बाद से लगभग 2.7 करोड़ से अधिक खाते खोले जा चुके है। यह योजना भारत में लड़कियों के भविष्य को सुरक्षित करने में अग्रणी योजना बन गयी है।

सुकन्या समृद्धि खाता कैसे खोलें? (How to Open Sukanya Samriddhi Account?)

पोस्ट ऑफिस में सुकन्या समृद्धि खाता (SSA) खोलना बहुत आसान है। निम्नलिखित कुछ स्टेप्स आपकी सहायता के लिए दिये जा रहे हैं, जो इस प्रकार हैं:

  1. सबसे पहले निकटतम पोस्ट ऑफिस का पता लगाएं जहां एसएसए (SSA) खोला जा सकता है।
  2. खाता खोलने के लिए आवश्यक आवेदन पत्र यानी फॉर्म प्राप्त करें। इस फॉर्म को एसएसए-1 (SSA-1) भी कहा जाता है।
  3. बालिका और माता-पिता या अभिभावक के आवश्यक विवरण एवं सही जानकारी के साथ फॉर्म भरें।
  4. उसके बाद बालिका का जन्म प्रमाण पत्र, पहचान प्रमाण पत्र जैसे आधारकार्ड और माता-पिता और अभिभावक का पते का प्रमाण प्रदान करें।
  5. एसएसए (SSA) खोलने के लिए आवश्यक न्यूनतम राशि ₹250 है और अधिकतम वार्षिक जमा की सीमा ₹1.5 लाख तक है।
  6. स्पष्ट एवं साफ शब्दों में भरे हुए फॉर्म (SSA-1) को सभी प्रमाण पत्रों और प्रारंभिक जमा राशि के साथ पोस्ट ऑफिस काउंटर पर जमा कर दें।
  7. अंत में, आपका खाता खोलने के बाद आपको एक पासबुक मिलेगी जिसमें उस खाते में किए गए सभी लेनदेन और जमा का रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा। जिसे आप समय समय पर अपडेट करा सकते हैं।

सबसे महत्वपूर्ण शर्त यह है कि खाता लड़की के जन्म से लेकर उसके 10 वर्ष की आयु होने से पहले कभी भी खोला जा सकता है। विशेष शर्त यह भी है की खाता खुलने की तारीख से 21 साल की उम्र के बाद या 18 साल की उम्र के बाद लड़की की शादी होने पर योजना परिपक्व (Mature) हो जाएगी।

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सुकन्या समृद्धि खाता कौन खोल सकता है? (Who Can Open Sukanya Samriddhi Account?)

SSA खोलने के लिए निम्नलिखित पात्रता होनी चाहिए:

  1. खाता खोलने के समय बालिका की उम्र 10 वर्ष से कम होनी चाहिए।
  2. प्रत्येक बालिका के लिए केवल एक खाता खोलने की अनुमति है। एक परिवार में अधिकतम दो लड़कियों के SSA खाते खोले जा सकते हैं।
  3. यदि किसी के परिवार में जुड़वाँ या तीन बच्चे (लड़कियां) होते हैं तो उस परिवार को तीसरा खाता खोलने की अनुमति प्राप्त है।
  4. बालिका की नागरिकता भारतीय होनी चाहिए।
  5. SSA खाता बालिका के माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा ही खोला जा सकता है।

भारत सरकार की यह एक फ्लेग्शिप बचत योजना है जिसका उदेश्य गरीब परिवारों को लाभ पहुंचाना है जो अपनी बेटियों को पढ़ा कर उनको सुरक्षित भविष्य प्रदान कर सकें।

नोट: नवीनतम एवं सही जानकारी के लिए हमेशा किसी भी पोस्ट ऑफिस शाखा से संपर्क कीजिये या इंडिया पोस्ट वेबसाइट से सूचना प्राप्त कीजिये।

समयपूर्व SSA खाता बंद करना (Premature Closure of SSA)

मेचूरिटि अवधि से पहले खाता बंद करने के निम्न नियम हैं:

SSA खाता खोलने के 5 वर्ष बाद निम्नलिखित शर्तों पर खाता समय से पहले बंद किया जा सकता है:

  1. खाता धारक की मृत्यु हो जाने पर खाता बंद कर सकते हैं। मृत्यु की डेट से भुगतान की डेट तक पोस्ट ऑफिस बचत खाते की ब्याज दर लागू होगी।
  2. खाता धारक के जीवन को खतरे में डालने वाली किसी बीमारी के कारण।
  3. अभिभावक की मृत्यु हो जाने पर जिसके द्वारा खाता संचालित किया जा रहा था।
  4. खाते को समय से पहले बंद करने के लिए पोस्ट ऑफिस में पासबुक के साथ निर्धारित आवेदन पत्र जमा करना।

SSA खाते से निकासी (Withdrawal)

विभिन्न कारणों से SSA खाते से निकासी की जा सकती है:

  1. बालिका के 18 वर्ष की आयु होने या 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद खाते से निकासी की जा सकती है।
  2. पिछले वित्तीय वर्ष के अंत में उपलब्ध राशि का 50% तक निकासी की जा सकती है।
  3. एकसाथ या किश्तों में निकासी की जा सकती है किन्तु हर वर्ष एक से अधिक बार नहीं और अधिकतम पांच वर्षों के लिए।

III. राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (National Savings Certificate – NSC)

राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) पोस्ट ऑफिस द्वारा दी जाने वाली एक निश्चित आय निवेश योजना है।  भारत की जनता के बीच NSC में निवेश करना आकर्षक ब्याज दरों के लिए जाना जाता है। कोई भी निवेशक कम से कम ₹1,000 की राशि से शुरुआत करके NSC खरीद सकते हैं और इसकी कोई अधिकतम सीमा भी नहीं है। केवल 5 वर्ष की लॉक-इन अवधि के साथ इस योजना में निवेश से बहुत अच्छी income हो सकती है।

NSC में हर तीन महीने में व्याज दरें संशोधित होती रहती हैं। इस वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही (1 Jan 2024) के लिए 7.7% प्रति वर्ष की ब्याज दर घोषित की गयी है। इस योजना में आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के अंतर्गत Tax छूट की व्यवस्था है। योजना निवेश की सुरक्षा और रिटर्न की गारंटी प्रदान करती है जिसके कारण छोटे व मध्यम आय वर्ग के निवेशकों में यह हमेशा आकर्षक का केंद्र बनी रहती है।

राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र कैसे प्राप्त करें? (How to get National Savings Certificate – (NSC)

पोस्ट ऑफिस में NSC  प्राप्त करने की बहुत ही सरल प्रक्रिया है। नीचे दिये गए निर्देशों का पालन करते हुये आप आसानी से NSC खरीद सकते हैं:

  1. अपने निकटतम पोस्ट ऑफिस में जाएँ और NSC निवेश संबंधी जानकारी प्राप्त करें।
  2. काउंटर से NSC खोलने का आवेदन पत्र मांगें या आप पहले से ही इंडिया पोस्ट वेबसाइट से डाउनलोड एवं प्रिंट करके साथ ले जाएँ।
  3. फॉर्म में सभी आवश्यक जानकारी सावधानी पूर्वक भर लें।
  4. आवेदन पत्र के साथ अपनी पहचान पत्र और पते के प्रमाण की सेल्फ अटैस्टेड प्रतियां जमा करके KYC कराएं।
  5. जितनी भी धन राशि आप NSC में निवेश करना चाहते हैं उसे तैयार रखें। यह राशि कम से कम ₹1,000 होनी चाहिए और अधिकतम कितनी भी कर सकते हैं उसकी कोई सीमा निर्धारित नहीं है।
  6. भरे हुए फॉर्म के साथ सभी प्रमाण पत्र और भुगतान राशि काउंटर पर जमा कर दें। भुगतान आप अपनी सुविधानुसार नकद या बैंक ट्रान्सफर के माध्यम से कर सकते हैं।
  7. ऑफिस की आवश्यक प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको बहुत ही कम समय में NSC का प्रमाणपत्र मिल जाएगा। याद रहे यह प्रमाण पत्र ही NSC में निवेश का प्रमाण है जिसे आपको सुरक्षित रखना है बिना इस पत्र के मेचूरिटि पर आपको परेशानी हो सकती है।

NSC की परिपक्वता (Maturity) की अवधि 5 वर्ष है। इसमे अर्जित ब्याज वार्षिक रूप से जमा होता है और मेचूरिटि पर देय होता है।

नोट: नवीनतम एवं सही जानकारी के लिए हमेशा किसी भी पोस्ट ऑफिस शाखा से संपर्क कीजिये या इंडिया पोस्ट वेबसाइट से सूचना प्राप्त कीजिये।

NSC में कौन निवेश कर सकता है? (Who Can Invest in National savings certificate?)

राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) में निवेश के लिए निम्नलिखित पात्रता होनी चाहिए:

  1. कोई भी भारतीय निवासी अपने लिए, किसी नाबालिग के लिए या किसी दूसरे व्यक्ति के साथ संयुक्त रूप से (Jointly) मिलकर एनएससी (NSC) खरीद सकता है।
  2. केवल भारतीय नागरिक ही NSC में निवेश कर सकते हैं। अनिवासी भारतीय (NRI) NSC में निवेश नहीं कर सकते।
  3. एनएससी खरीदने के लिए कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं है। कोई भी व्यक्ति अपने लिए या किसी नाबालिक की ओर से NSC खरीद सकता है।
  4. भारत की कोई भी कंपनियां (सार्वजनिक या निजी), ट्रस्ट और हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) जैसी संस्थाएं NSC में निवेश नहीं कर सकती हैं।

NSC गिरवी रखना (Pledging of NSC)

एनएससी (NSC) को गिरवी रखने वाले की स्वीकृति पत्र के साथ पोस्ट ऑफिस में निर्धारित आवेदन पत्र जमा करके सुरक्षा के रूप में किसी दूसरे के पास गिरवी या हस्तांतरित किया जा सकता है।

निम्नलिखित अथॉरिटीज़ को स्थानांतरण या प्रतिज्ञा वद्ध किया जा सकता है:

  1. भारत के राष्ट्रपति या राज्य के राज्यपाल
  2. आरबीआई, अनुसूचित बैंक, सहकारी बैंक और सहकारी समिति
  3. सार्वजनिक निगम, निजी या सरकारी निगम और कंपनी या स्थानीय प्राधिकरण
  4. हाउसिंग फाइनेंस कंपनी

समय से पहले बंद करना (Premature Closure)

निम्नलिखित शर्तों को छोड़कर एनएससी (NSC) को 5 साल से पहले बंद नहीं किया जा सकता है: –

  1. एकल खाते या संयुक्त खाते में किसी एक या सभी खाता धारकों की मृत्यु हो जाने पर
  2. राजपत्रित अधिकारी होने पर गिरवीदार द्वारा जब्ती किए जाने पर
  3. न्यायालय के आदेश पर

NSC का स्थानांतरण (Transfer of NSC)

एनएससी (NSC) को केवल निम्नलिखित शर्तों पर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हस्तांतरित किया जा सकता है:-

  1. खाता धारक की मृत्यु पर नामित या कानूनी उत्तराधिकारियों को
  2. खाता धारक या संयुक्त धारक की मृत्यु होने पर
  3. न्यायालय के आदेश पर
  4. किसी निर्दिष्ट अथॉरिटी को खाता गिरवी रखने पर

NSC एक ऐसी बचत स्कीम है जो छोटे एवं व्यक्तिगत निवेशकों के लिए एक सबसे अच्छा विकल्प प्रदान करता है जिसमें लोगों को टैक्स छूट के साथ एक सुरक्षित और कम जोखिम का लाभ मिलता है।

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IV. वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizen Savings Scheme – SCSS)

पोस्ट ऑफिस की यह बचत योजना (SCSS) विशेष रूप से 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए डिज़ाइन की गयी है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को एक विश्वसनीय और सुरक्षित निवेश विकल्प प्रदान करना है जो उन्हें एक निश्चित रिटर्न प्रदान करता है। रेटायर्ड लोग इसमें ₹15 लाख तक के निवेश कर सकते हैं जो जीवनसाथी के साथ संयुक्त रूप से भी किया जा सकता है।

यह योजना वर्तमान में प्रति वर्ष 8.20% (1 Jan 2024) की आकर्षक ब्याज दर प्रदान कर रही है  जो हर तिमाही में देय होती है। SCSS में निवेश आयकर अधिनियम की धारा 80सी के अंतर्गत टैक्स छूट मिलती  है।

पोस्ट ऑफिस में वरिष्ठ नागरिक बचत खाता खोलना बहुत आसान है। निम्नलिखित प्रक्रिया अपना कर आप कम समय में आसानी से SCSS खाता खोल सकते हैं:

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना खाता कैसे खोलें? (How to Open Senior Citizen Savings Scheme (SCSS) Account?)

  1. अपने निकटतम पोस्ट ऑफिस में जाएँ, SCSS के लिए आवेदन पत्र (FORM A) लें या पोस्ट ऑफिस की वेबसाइट से डाउनलोड कर लें।
  2. आवेदन पत्र में अपना नाम, निवास पता और जन्मतिथि सहित अपने व्यक्तिगत विवरण स्पष्ट एवं सही भरें।
  3. फॉर्म के साथ आवश्यक पेपर संलग्न करें जैसे पहचान एवं Address प्रमाण (आधार, पैन, मतदाता पहचान पत्र या पासपोर्ट), आयु प्रमाण पत्र (जन्म प्रमाण पत्र या वरिष्ठ नागरिक कार्ड), पासपोर्ट साइज़ का फोटो और सेवानिवृत्ति का प्रमाण (यदि लागू हो तो)
  4. खाता खोलने के लिए आवश्यक प्रारंभिक जमा राशि कम से कम ₹1,000 है और अधिकतम जमा सीमा ₹15 लाख है।
  5. फॉर्म को प्रमाण पत्रों के साथ और प्रारंभिक जमा राशि के साथ पोस्ट ऑफिस काउंटर पर जमा कर दें।
  6. अंत में, आपका खाता खोलने के बाद एक पासबुक मिलेगी जिसमें उस खाते में किए गए सभी लेनदेन (जमा/निकासी) का रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा। जिसे आप समय समय पर अपडेट करा सकते हैं।

इस योजना में परिपक्वता (Maturity) अवधि 5 वर्ष है जिसे 3 वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है।

नोट: नवीनतम एवं सही जानकारी के लिए हमेशा किसी भी पोस्ट ऑफिस शाखा से संपर्क कीजिये या इंडिया पोस्ट वेबसाइट से सूचना प्राप्त कीजिये।

समय पूर्व खाता बंद करना (Premature Closure)

यदि कोई व्यक्ति समय से पहले खाता बंद (Premature Closure) करते हैं तो उसके नियम इस प्रकार हैं:

  1. खाता खोलने की तारीख के बाद कभी भी समय से पहले (before maturity) बंद किया जा सकता है।
  2. यदि खाता एक वर्ष से पहले बंद कर दिया जाता है तो कोई ब्याज नहीं मिलेगा और यदि खाते में कोई ब्याज भुगतान किया गया है तो उसे मूलधन (Principal Amount) से काट लिया जाएगा।
  3. यदि खाता खोलने की डेट से एक वर्ष के बाद लेकिन 2 वर्ष से पहले बंद हो जाता है तो मूल राशि (Principal Amount) से 1.5% के बराबर की राशि काट ली जाती है।
  4. यदि खाता खोलने की डेट से 2 वर्ष के बाद लेकिन 5 वर्ष से पहले बंद किया जाता है तो मूल राशि से 1% के बराबर राशि काट ली जाती है।
  5. एक्स्टेंडेट खाता विस्तार के दिन से एक वर्ष की समाप्ति के बाद बिना किसी कटौती के बंद किया जा सकता है।

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना खाता कौन खोल सकता है? (Who Can Open Senior Citizen Savings Scheme (SCSS) Account?)

पोस्ट ऑफिस में वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) खाता खोलने के लिए निम्नलिखित पात्रता आवश्यक है:

  1. कोई भी व्यक्ति सेवा काल पूर्ण करके सेवानिवृत्त हुए हैं और उनकी आयु सीमा 60 वर्ष या अधिक होनी चाहिए और यदि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (VRS ) लेकर सेवानिवृत्ति हुए हैं तो आयु 55 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए और साथ ही इस योजना में सेवानिवृत्ति लाभ प्राप्त करने के एक महीने के अंदर खाता खोला जाना चाहिए। इसी प्रकार डेफेंस सर्विसेस के लोगों के लिए आयु 50 वर्ष से अधिक और 60 वर्ष से कम होनी चाहिए और साथ ही सेवानिवृति के एक महीने के अंदर खाता खोला जाना चाहिए।
  2. सरकारी कर्मचारी की मृत्यु के बाद जीवनसाथी इस योजना में खाता खोल सकते हैं किन्तु मृत सरकारी कर्मचारी की उम्र मृत्यु के समय 50 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। जीवनसाथी को प्राप्त वित्तीय सहायता जैसे मृत्यु का मुआवजा भी इस योजना में निवेश कर सकते हैं।
  3. खाता अपने और जीवनसाथी के साथ संयुक्त रूप से (Jointly) खोला जा सकता है।

इस योजना का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक सुरक्षित और लाभकारी बचत का विकल्प प्रदान करना है  जिससे उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद भी नियमित आय प्राप्त हो सके। आधिकारिक जानकारी के लिए हमेशा किसी भी पोस्ट ऑफिस से संपर्क करना चाहिए।

V. पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (Post Office Monthly Income Scheme – POMIS)

मासिक आय योजना (MIS) भी निवेशकों को एक स्थिर मासिक आय प्रदान करने के उद्देश्य से डिज़ाइन की गयी है। यह उन लोगों के लिए एक आदर्श योजना है जो बिना किसी जोखिम के एक निश्चित ब्याज दर के साथ आय चाहते हैं।

वर्तमान में, यह योजना 7.4%  (1 Jan 2024) वार्षिक ब्याज दर से एक निश्चित मासिक भुगतान प्रदान कर रही है जो इसे सेवानिवृत्त लोगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए खास बनाती है। अच्छी बात यह है कि इसे 5 वर्षों के पूर्ण होने के साथ अगले 5 वर्षों के लिए बढ़ाया भी जा सकता है। MIS लॉन्ग टर्म बचत के लिए एक आदर्श एवं सुरक्षित वित्तीय साधन है।

मासिक आय योजना खाता कैसे खोलें? (How to Open Monthly Income Schemes (POMIS) Account?)

निम्न बातों तो ध्यान में रख कर पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (POMIS) खाता खोला जा सकता है है:

  1. सबसे पहले निकटतम पोस्ट ऑफिस का पता लगाएं जो POMIS की सेवा प्रदान करता हो।
  2. आवेदन पत्र (FORM) लेकर आवश्यक जानकारी जैसे व्यक्तिगत और नामांकित व्यक्ति की जानकारी भरें।
  3. आवश्यक प्रमाण पत्र जैसे पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र एवं फोटो, फॉर्म के साथ संलग्न करें।
  4. खाता खोलने के लिए कम से कम ₹1,000 की प्रारंभिक जमा राशि अवश्य साथ में होनी चाहिए।
  5. शुद्ध एवं सही भरे हुए फॉर्म, सभी प्रमाण पत्र और जमा की जाने वाली धनराशि काउंटर पर जमा कराएं।
  6. पोस्ट ऑफिस आपके फॉर्म और दस्तावेजों का सत्यापन (verification) करेगा और उसके बाद POMIS खाता खोल दिया जाएगा।
  7. अंत में, आपका खाता खोलने के बाद एक पासबुक मिलेगी जिसमें उस खाते में किए गए सभी लेनदेन का रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा। जिसे आप समय समय पर अपडेट करा सकते हैं।

इस योजना में  ब्याज हर महीने मिलता है और अधिकतम निवेश सीमा एक खाते के लिए ₹4.5 लाख और संयुक्त (Joint) खाते के लिए ₹9 लाख है।

नोट: नवीनतम एवं सही जानकारी के लिए हमेशा किसी भी पोस्ट ऑफिस शाखा से संपर्क कीजिये या इंडिया पोस्ट की वेबसाइट से सूचना प्राप्त कीजिये।

मासिक आय योजना खाता कौन खोल सकता है? (Who Can Open Monthly Income Scheme (POMIS) Account?)

पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (POMIS) खोलने के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंड हैं:

  1. इस योजना में केवल भारतीय नागरिक खाता खोल सकते हैं। अनिवासी भारतीय (NRI) इस योजना में निवेश करने के पात्र नहीं हैं।
  2. योजना के अंतर्गत 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोग POMIS खाता खोल सकते हैं। 10 वर्ष और उससे अधिक आयु के नाबालिगों बच्चों के नाम पर भी माता-पिता या अभिभावक द्वारा खाता खोला जा सकता है।
  3. एक व्यक्ति अपने नाम से एक खाते में ₹9 लाख तक जमा कर सकता है जबकि संयुक्त खाते में ₹15 लाख तक निवेश की अनुमति है।
  4. एक व्यक्ति एक से अधिक खाते खोल सकता है किन्तु सभी खातों में कुल जमा राशि ₹9 लाख की व्यक्तिगत सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए।

POMIS लोगों को एक स्थिर और सुरक्षित आय प्रदान करता है जो हर वर्ग, आयु के लोगों के लिए एक आदर्श योजना है।

समय पूर्व खाता बंद करना (Premature Closure)

यदि कोई खाता धारक मेचूरिटि समय से पहले खाता बंद (Premature Closure) करते हैं तो उसके नियम इस प्रकार हैं:

  1. खाता खोलने की डेट के बाद एक वर्ष से पहले कोई भी जमा राशि नहीं निकाल सकते हैं।
  2. यदि खाता खोलने की डेट से एक वर्ष के बाद और 3 वर्ष से पहले खाता बंद कर दिया जाता है तो मूल जमा राशि से 2% राशि काट ली जाएगी और बची हुई राशि का भुगतान मिल जाएगा।
  3. यदि खाता खोलने की डेट से 3 वर्ष के बाद और 5 वर्ष से पहले खाता बंद किया जाता है तो मूल जमा राशि से 1% राशि काट ली जाएगी और बची हुई राशि का भुगतान मिल जाएगा।
  4. संबंधित पोस्ट ऑफिस में निर्धारित आवेदन पत्र (Account clouser form) एवं पासबुक जमा करके खाता मेचूरिटि समय से पहले बंद किया जा सकता है।

Top 5 Popular Schemes of Post Offices in India

समान बैंक योजनाओं की अपेक्षा डाकघर योजनाओं को क्यों चुनें? (Why Choose Post Office Schemes Over Similar Bank Schemes?)

भारत में कई बचत योजनाएँ पोस्ट ऑफिस और बैंकों में लगभग एक समान हैं जैसे पीपीएफ़ (PPF) जैसी योजनाएँ तो एकदम एक समान हैं। फिर भी पोस्ट ऑफिस योजनाएँ काफी लोकप्रिय हैं। पोस्ट ऑफिस में बचत लाभ निम्न प्रकार हैं जो बैंक योजनाओं पर भारी हैं:

  1. पोस्ट ऑफिस की योजनाएं सरकारी गारंटी के साथ आती हैं जिसका मतलब है कि आपका पैसा एकदम सुरक्षित है जबकि बैंक में ऐसा नहीं है।
  2. रेगुलर बैंक बचत खातों की तुलना में पोस्ट ऑफिस अधिक ब्याज दर प्रदान करते हैं इसलिए आपका जमा धन (पैसा) समय के साथ अधिक तेजी से बढ़ता है।
  3. पीपीएफ (PPF), एससीएसएस (SCSS) और एनएससी (NSC) जैसी कई पोस्ट ऑफिस योजनाएं इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत टैक्स में छूट का लाभ प्रदान करती हैं जिससे आपकी टैक्स आय कम हो सकती है। हालांकि PPF खाता बैंक में भी टैक्स छूट के दायरे में आता है।
  4. भारत में पोस्ट ऑफिस का एक विस्तृत नेटवर्क है खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में, जिससे ये योजनाएं एक बड़ी आबादी के लिए अधिक सुविधाजनक हो जाती हैं जबकि बैंक शाखाएँ सीमित हैं।
  5. पोस्ट ऑफिस खातों को खोलना, बंद करना और निरंतर बनाए रखने की प्रक्रिया बैंकों की तुलना में सरल और सुविधाजनक होती हैं।

अंत में:

हमारे देश में पोस्ट ऑफिस की योजनाएं एक मजबूत पुराने के पेड़ की तरह है जो आपको नियमित रूप से फल देता है। जहां आप आश्वस्त रहते हैं कि यह पेड़ हमेशा मौजूद रहेगा है और आपको कभी निराश नहीं करेगा, दूसरी ओर बैंक एक नए पेड़ की तरह हैं जो आपको फल तो दे सकते हैं किन्तु कभी भी पुराने पेड़ जैसे विश्वसनीय नहीं हो सकते खासतौर पर जब मौसम ख़राब हो यानी आर्थिक मंदी जैसी कोई स्थिति हो। इसलिए बचत के लिए सबसे सुरक्षित और स्थिर विकल्प भारतीय पोस्ट ऑफिस ही है।

पोस्ट ऑफिस की सभी योजनाएं भारत सरकार द्वारा सुरक्षित होती हैं और इसका मजबूत नेटवर्क यह सुनिश्चित करता है कि देश के कोने कोने तक हर नागरिक की पहुँच तक ये योजनाएँ पहुँचें। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में इसका लाभ लोगों को मिले।

पोस्ट ऑफिस की योजनाओं को चुनना आपके लिए एक विश्वसनीय जीवनसाथी चुनने के समान है जो आपको विश्वास, स्थिरता और सरकार की ओर से आश्वासन का वादा प्रदान करते हैं। चाहे आप बच्चों की शिक्षा के लिए बचत कर रहे हों, नियमित स्थिर आय की तलाश कर रहे हों या सेवानिवृत्ति के बाद की योजना बना रहे हों… भारतीय डाक विभाग (Indian Postal Service) की ये सेवाएँ आपको सर्वोत्तम सुरक्षा, गारेंटी के साथ रिटर्न एवं सुविधा दे कर आपको और राष्ट्र दोनों को मजबूत बनाती हैं।

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FAQs

प्रश्न – भारतीय पोस्ट ऑफिस में विभिन्न प्रकार की बचत योजनाएँ क्या हैं?

उत्तर – भारतीय पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाएँ – डाकघर बचत खाता (SB), राष्ट्रीय बचत आवर्ती जमा खाता (RD), राष्ट्रीय बचत समय जमा खाता (TD), डाकघर सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF), सुकन्या समृद्धि खाता (SSA), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), डाकघर मासिक आय योजना (POMIS), किसान विकास पत्र (KVP), महिला सम्मान बचत पत्र (MSSC), और बच्चों के लिए पीएम केयर योजना जैसी विभिन्न योजनाएं प्रदान करता है।

प्रश्न – किसी को बैंक योजनाओं के बजाय पोस्ट ऑफिस योजनाओं में निवेश क्यों करना चाहिए?

उत्तर – डाकघर (Post Office) योजनाएं भारत सरकार द्वारा समर्थित हैं जो सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करती हैं। ज़्यादातर ये उच्च ब्याज दर और कर (Tax) लाभ प्रदान करते हैं  जिससे वे दीर्घकालिक (Long Term) बचत के लिए अधिक फायदेमंद होते हैं।

प्रश्न – क्या मैं पोस्ट ऑफिस में विभिन्न योजनाओं के तहत कई खाते खोल सकता हूँ?

उत्तर – हां, आप विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत कई खाते खोल सकते हैं किन्तु कुछ योजनाओं के लिए खातों की संख्या और कुल निवेश राशि पर सीमाएं हैं।

प्रश्न – क्या डाकघर (Post Office) की बचत योजनाएँ सभी के लिए उपलब्ध हैं?

उत्तर – पोस्ट ऑफिस योजनाएं सभी भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध हैं और हर उम्र एवं वर्ग के लिए उपलब्ध हैं।

प्रश्न – मैं पोस्ट ऑफिस में बचत योजना खाता कैसे खोलूं?

उत्तर – खाता खोलने के लिए अपने नजदीकी डाकघर में जाएं और संबंधित आवेदन पत्र भरें उसके बाद आवश्यक केवाईसी (KYC) संबन्धित पेपर संलग्न करें और धनराशि के साथ फॉर्म जमा करें।

प्रश्न – पोस्ट ऑफिस योजनाओं में निवेश के कर लाभ (Tax Benefit) क्या हैं?

उत्तर- हाँ, पीपीएफ (PPF) और एनएससी (NSC) जैसी योजनाएं आयकर अधिनियम की धारा 80सी के अंतर्गत कर कटौती की सुविधा देती हैं और अर्जित ब्याज भी अक्सर कर-मुक्त होता है।

प्रश्न – क्या पोस्ट ऑफिस बचत खातों में न्यूनतम शेष राशि बनाए न रखने पर जुर्माना है?

उत्तर – हाँ, कुछ खातों के लिए आवश्यक न्यूनतम शेष राशि बनाए न रखने पर जुर्माना लग सकता है।

प्रश्न – क्या एनआरआई (NRI) पोस्ट ऑफिस बचत योजनाओं में निवेश कर सकते हैं?

उत्तर – अनिवासी भारतीय (NRI) डाकघर बचत योजनाओं में निवेश करने के पात्र नहीं हैं, किन्तु PPF जैसी योजना में यदि भारत में रहते हुये खाता खोला गया हो और बाद में NRI कैटेगरी में आया हो तो उसे मेचूरिटि तक जारी रख सकते हैं।

प्रश्न – यदि मैं किसी दूसरे शहर में चला जाऊं तो मेरे डाकघर (पोस्ट ऑफिस) बचत खाते का क्या होगा?

उत्तर – यदि आप किसी दूसरे शहर में जाते हैं तो आप अपने खाते को पूरे भारत में किसी भी डाकघर में स्थानांतरित करा सकते हैं।

प्रश्न – पोस्ट ऑफिस योजनाओं में निवेश कितना सुरक्षित है?

उत्तर – पोस्ट ऑफिस योजनाओं में निवेश बहुत सुरक्षित माना जाता है क्योंकि ये योजनाएँ भारत सरकार द्वारा समर्थित एवं गारेंनटीड हैं।

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