एक ऐसा ज्ञान जिससे हम अछूते नहीं !
WhatsApp Gyan की फ्री फ्लोइंग गंगा आज हमारे भारत में ही नहीं विदेशों में भी बह रही है। प्राचीन समय में हमारे देश में लोग ज्ञान की खोज में हिमालय का रूख करते थे या किसी एकांत और शांत स्थान की खोज में रहते थे, पर आज दुनियां भर का ज्ञान व्हाट्सएप के माध्यम से हमारे पास स्वयं आ रहा है और लगातार आ रहा है।
WhatsApp Gyan के चलते आज आप को ज्ञान प्राप्ति के लिए कहीं भटकने की आवश्यकता नहीं है। व्यंग्यात्मक रूप में ही सही पर व्हाट्सएप हमारे लिए आज स्कूल, कालेज और यूनिवर्सिटी से कम नहीं है।
ज्ञान की इस अविरल धारा से आज कल अचानक हजारों नहीं बल्कि करोड़ों ‘महाज्ञानी’ उत्पन्न हो गए हैं जो अपने ‘गुप्त ज्ञान’ को सुबह सुबह ही ‘गुड मॉर्निंग’ के साथ शुरू करते हैं और आधी रात को ‘गुड नाईट’ मैसेज तक लगातार प्रसारित करते रहते हैं।
यहां विशेष बात यह है कि उनको इस बात का जरा सा भी आभास नहीं होता है कि जो ज्ञान वाणी वो भेज रहे हैं (अधिकतर फॉरवेडेड ही होते हैं) वो ज्ञान सामने वाले के पास पहले से ही है। इसके प्रत्युत्तर में सामने वाला एक शरारती इमोजी लगा कर यह जताता है कि ‘तू ज्ञानी है तो हम महाज्ञानी’।
रोज सुबह जब भी आप फोन उठाते हैं और व्हाट्सएप मैसेजेस चेक करते हैं तो एक ही मैसेज कई ग्रुप्स से फॉरवडेड मिलता है। तब आप फ्रस्टेड होकर फोन रख देते हैं, ऐसे में कई बार आप बहुत जरूरी मैसेज मिस कर जाते हैं। ऐसे लोगों को आप कितना ही इग्नोर क्यों ना करें फिर भी वो आपको नहीं छोड़ते।
ऐसे वाटसप्पी ज्ञानी यहां तक ट्रैकिंग रखते हैं कि आपने मैसेज पढ़ा या नहीं, और फिर डायरेक्ट फोन करके पूछते हैं कि मेरा व्हाट्सएप क्यों नहीं पढ़ा?
WhatsApp Gyan शब्द कहाँ से आया?
खैर जो भी है, ऐसे किस्से कहानियों और ज्ञान के भंडार से हम अछूते नहीं रह सकते। पर सीरियसली सोचा जाए कि जिस शब्द “व्हाट्सएप ज्ञान” (WhatsApp Gyan) की मैं इतनी चर्चा कर रहा हूं, यह आया कहां से? यही नहीं, एक और शब्द “व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी” (WhatsApp University) भी इसके साथ-साथ काफ़ी प्रयोग किया जाता है।
इन दोनों शब्दों का उद्भव कैसे और कहां से हुआ इसका ठीक-ठीक सोर्स किसी को पता नहीं है। जहां तक मेरी जानकारी हैं, मैं ने पहली बार यह शब्द एनडीटीवी हिंदी (NDTV–Hindi) के एंकर रवीश कुमार से उनके प्राइम टाइम प्रोग्राम में सुना, पर ठीक से याद नहीं उन्होंने पहली बार कब बोला? शायद 2014-15 या उसके बाद के वर्षों में। इसके बाद से लगभग सभी टीवी चैनलों और प्रिंट मीडिया पर ये शब्द छाए हुए हैं।
देखा जाए तो व्हाट्सएप में सब कुछ निगेटिव नहीं है बल्कि हमें इसके पॉज़िटिव पहलुओं पर अधिक ध्यान देना चाहिए। ज्ञान (knowledge) साझा करना सामाजिक उत्थान की पहली सीढ़ी है। हमारे जैसे विकासशील देश में इस प्रकार के सूचना माध्यमों का सही उपयोग किया जा सकता है। इसकी शुरुआत भी हो चुकी है।
आज लगभग हर व्यक्ति के मोबाइल फोन में व्हाट्सप्प और WhatsApp Gyan मौजूद है और सूचनाओं का आदान प्रदान बड़ी आसानी से हो रहा है।
आइए, जानते हैं व्हाट्सअप्प की कहानी, यह कब, कहां और कैसे शुरू हुआ और किस प्रकार यह हमारे जीवन को प्रभावित कर रहा है।
व्हाट्सएप की शुरुआत – The beginning of WhatsApp (Birth of an Idea)
व्हाट्सएप की कहानी Yahoo में काम कर चुके दो दोस्तों, ब्रायन एक्टन (Brian Acton) और जान कौम (Jan Koum) के साथ 2009 में शुरू होती है। उस समय के संचार ऐप्स (Communication Apps) की लिमिटेसन्स और महेंगाई से निराश हो कर उन्होंने एक भरोसेमंद व आसान मेसेजिंग सर्विस की कल्पना की, जो सभी मोबाइल प्लेटफार्मों पर काम कर सके। शुरू में उनका मकसद केवल दोस्तों के बीच संवाद करना था।
“व्हाट्सएप” नाम “व्हाट्स अप!” फ्रेज पर आधारित था। (The name “WhatsApp” was a play on the phrase “What’s up!,”)। जैसा कि हम आम तौर पर बोलते हैं – व्हाट्स अप गाइज़! या व्हाट्स अप ब्रो ….इत्यादि-इत्यादि।
कहते हैं कि आवश्यकता आविष्कार की जननी होती है, इस बात का अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि जान कौम (Jan Koum) अपने घर यूक्रेन (Ukraine) से बहुत दूर अमेरिका में रहते थे और महेंगी इंटरनेशनल कॉल, महेंगे SMS के कारण घर पर बात नहीं कर पाते थे। यहीं से यह आइडिया आया कि कोई सस्ता और सरल app बनाया जाए और वही एप व्हाट्सएप (WhatsApp) के रूप में हमारे सामने है।
एक छोटा सा आइडिया जिसका का मुख्य उद्देश्य दोस्तों के बीच बात-चीत को आसान बनाना था। इसी ऐप ने सभी के लिए संचार के नए दरवाजे खोले और लोगों को दुनिया भर से जोड़ा। आज व्हाट्सएप भारत सहित दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप में से एक है।
निरंतर सुधार और विकास (Continuous Improvement and Development)
ऐप की सादगी और सामान्य इंटरफ़ेस ने लोगों को आकर्षित किया। इसकी उपयोगिता इतनी सरल है कि जो केवल फोन नंबर से कनेक्ट हो जाता है, ना कोई यूजर नेम, ना कोई पासवर्ड। जबकि अन्य मेसेजिंग ऐप में ऐसी सुविधा नहीं थी।
हालांकि शुरुआती दिन मुश्किल भरे थे जैसे कि किसी भी स्टार्टअप के साथ होता है, फिर भी इन्होने नए-नए फीचर और सुधार जारी रखे। जैसे-जैसे दुनिया भर के लोगों में स्मार्टफोन अपनाने का क्रेज़ बढ़ा, व्हाट्सएप के यूजर्स का आधार भी तेजी से बढ़ा। शुरू में यह केवल ऐप्पल फोन (iOS) के लिए बनाया गया था, बाद में एंड्रॉइड और विंडोज (Android and Windows) फोन जैसे अन्य प्लेटफार्मों के लिए इसका विस्तार हुआ। जिससे इसके विकास व उपयोगिता को और अधिक बढ़ावा मिला। वर्ष 2010-11 तक, व्हाट्सएप लगातार सभी ऐप स्टोर्स में टॉप रैंकिंग करने वाला एकमात्र ऐप था।
नए फीचर्स की पेशकश (Introducing New Features)
कहा जाता है कि सही समय पर सही अपौर्चुनिटी मिले तो कोई भी सफल हो सकता है किन्तु व्हाट्सएप की सफलता सिर्फ सही अपौर्चुनिटी, सही समय और सही जगह पर होने के के कारण नहीं मिली। बल्कि कंपनी ने लगातार एक के बाद एक नए फीचर्स पेश किए जो यूजर्स के अनुभव को और अच्छा बनाते गए। कुछ मुख्य फीचर्स इस प्रकार हैं:
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ग्रुप चैट (Group Chat)
– 2011 में शुरू हुए इस फीचर ने कई लोगों को एक साथ बात करने की सुविधा दी। जिसके कारण परिवारों, दोस्तों और साथ में काम करने वालों को, जो दूर दूर रहते थे, उन्हें आपस में एक साथ बात करने का मौका दिया।
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वॉइस मैसेज (Voice Message)
– यह सुविधा 2013 में लॉन्च की गई, जिससे यूजर्स को वॉइस मैसेज भेजने का ओप्सन मिला और बातचीत में अपनत्व एवं व्यक्तिगत जुड़ाव की भावना को बढ़ावा मिला।
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एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (End-to-End Encryption)
– 2016 में शुरू हुए इस फीचर से यूजर्स को गोपनीयता की सुरक्षा मिली जिससे उनके मेसेज कोई अन्य नहीं पढ़ सकता। केवल भेजने वाला और प्राप्तकर्ता ही उसे पढ़ सकते हैं।
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वॉयस और वीडियो कॉल (Voice and Video Calls)
– 2015 और 2016 में लॉन्च हुए इस फीचर ने व्हाट्सएप मैसेजिंग ऐप को सारी दुनिया में सबसे ऊपर ला खड़ा कर दिया।
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व्हाट्सएप वेब (WhatsApp Web)
– व्हाट्सएप वेब भी 2015 में शुरू किया था जिससे डेस्कटॉप कोम्प्यूटर्स और लैपटाप में इस App का प्रयोग किया जा सकता है। इससे पहले यह मोबाइल फोन पर ही काम करता था।
फेसबुक द्वारा ऐक्विजिशन (Acquisition by Facebook)
वर्ष 2014 में व्हाट्सएप की बढ़ती उपयोगिता और लोकप्रियता ने फेसबुक (अब मेटा) Facebook (now Meta) जैसी दिग्गज कंपनी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। फ़ेसबुक ने व्हाट्सएप का बहुत बड़ी रकम, ‘19 बिलियन डॉलर’ में इसका अधिग्रहण कर लिया। टेक दुनिया (Tech world) का उस समय का यह सबसे बड़ा ऐक्विजिशन था जिसने सभी को चोंका दिया था।
इससे व्हाट्सएप की मार्केट वैल्यू और उसकी इंपोर्टेन्स का अंदाजा लगा जा सकता है। फ़ेसबुक के अंदर आने के बावजूद व्हाट्सएप अभी भी स्वतंत्र रूप से काम कर रहा है। यही WhatsApp ब्रांड की ताकत है। ब्रायन एक्टन (Brian Acton) और जान कौम (Jan Koum) को भी इस ऐप को आगे बढ़ाने के लिए फंडिंग की जरूरत थी, जो उस समय फ़ंड की कमी से जूझ रहे थे।
सोशल मीडिया क्रांति (Social Media Revolution)
व्हाट्सएप आज दुनियाँ की सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग एप्लिकेशन है और इसकी लोकप्रियता अभी भी दिन-पर-दिन बढ़ती जा रही है। आज व्हाट्सएप ने संवाद और संचार के तरीकों को पूरी तरह से बदल दिया है। यह प्लेटफॉर्म लोगों को तुरंत संदेश भेजने, चैट करने और फोटो, वीडियो शेयर करने की सुविधा देता है।
साथ ही, ग्रुप और कमुनिटी ग्रुप बनाने की सुविधा लाखों करोड़ों लोग एक दूसरे के आसानी से साथ जुड़ सकते हैं। व्यक्तिगत संचार का सोशल मीडिया क्रांति में बड़ा योगदान है, जिसमें व्हाट्सएप का सबसे बड़ा योगदान है।
सांस्कृतिक और सामाजिक प्रभाव (Cultural and Social Impact)
व्हाट्सएप का सांस्कृतिक और सामाजिक प्रभाव काफी गहरा है। व्हाट्सएप एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन गया है जहां विभिन्न देशों के लोग आसानी से एक दूसरे के संपर्क में रह सकते हैं और अपने विचारों व संस्कृति का आदान-प्रदान कर सकते हैं। लोग विभिन्न संस्कृतियों के बारे में सीख सकते हैं, उनके रीति-रिवाजों, रहन-सहन को समझ सकते हैं। एक दूसरे के जीवन के अनुभवों, विचारों को समझ सकते हैं, साझा कर सकते हैं।
व्हाट्सएप ने लोगों के दैनिक जीवन को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज के दौर में यह एक मजबूत सामाजिक नेटवर्किंग टूल बन गया है। जहां लोग विभिन्न समूहों में जुड़ सकते हैं। सामुदायिक गतिविधियों में भाग ले सकते हैं और सामाजिक समस्याओं व मुद्दों पर बातचीत कर सकते हैं साथ ही उनका समाधान भी ढूंढ सकते हैं।
COVID जैसी आपदा के समय भी WhatsApp ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लॉकडाउन के समय यह ऐप व्यक्तिगत, सामाजिक और व्यावसायिक कनेक्शन बनाए रखने के लिए एक जीवन रेखा से कम नहीं था। यहाँ तक कि वर्क फ्राम होम, स्कूल फ्राम होम, वर्चुवल मीटिंग आदि में भी इसका योगदान कम नहीं था।
व्हाट्सएप की चुनौतियां (WhatsApp Challenges)
कहा जाता है कि कोई भी सफलता चुनौतियों का सामना किए बिना नहीं मिलती। ठीक वैसे ही व्हाट्सएप ने भी कई सफलताएं हासिल की हैं, लेकिन अनेक चुनौतियों से भी लड़ना पड़ा। इन चुनौतियों को समझना और उचित ढंग से उनको निपटना बहुत जरूरी है। ताकि व्हाट्सएप अपनी प्रगति यात्रा को जारी रख सके और समाज को और हम सबको अच्छी व बेहतर सेवाएं दे सके।
व्हाट्सएप के सामने सबसे बड़ी चुनौती है – ‘फेक न्यूज़ और नफरत भरे मैसेजेज़’, व्हाट्सएप ने इसे रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे संदेशों को फॉरवर्ड करने पर प्रतिबंध लगाना और यूसर्स को सूचित करना। लेकिन इस समस्या को पूरी तरह से समाप्त करना आसान काम नहीं है। ऐसे संदेशों को रोकना एक जटिल और लंबी प्रक्रिया है, उम्मीद है कि सफलता मिलेगी।
दूसरी बड़ी चुनौती है – ‘गोपनीयता और सुरक्षा‘, इस चुनौती से निपटने के लिए व्हाट्सएप ने एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (end to end encryption) जैसे फीचर पेश किए हैं। लेकिन अभी भी यूजर्स की गोपनीयता और डेटा सुरक्षा को लेकर लगातार प्रयास करने पड़ेंगे।
तीसरी चुनौती है – ‘विभिन्न देशों में रेगुलशन और नियमों का पालन’, व्हाट्सएप पूरी दुनिया में लगभग 150 से अधिक देशों में प्रयोग किया जाता है। हर देश के नियम कानून समान नहीं हैं। इसलिए कानूनी मानदंडों को पूरा करना भी एक बड़ी चुनौती है।
कंपनी इन चुनौतियों से निपटने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उम्मीद यही है कि यह प्रयास व्हाट्सएप को और अधिक मजबूत और विश्वसनीय बनाने में सहायक होंगे और हमें बेहतर सेवाएँ मिलेंगी।
व्हाट्सएप, हाल के वर्षों में (WhatsApp, in Recent Years)
- बिज़नेस फ़ीचर्स (Business Features)– छोटे व्यापार के लिए WhatsApp Business, जबकि बड़े व्यापार के लिए WhatsApp Business API
- भुगतान सेवाएं (Payment Services) – भारत और ब्राज़ील में WhatsApp Payment की सुविधा
- मल्टी-डिवाइस सपोर्ट (Multi Device Support) – एक साथ कई डिवाइसेस पर WhatsApp कनैक्शन
- समुदाय (Community) – यह सुविधा संगठनों को एक छत के नीचे कई ग्रुप्स को मैनेज करने की अनुमति देती है।
- मेटा एआई (Meta AI) – Artificial Intelligence मेटा एआई अभी हाल ही में लॉंच किया गया है। अपना प्रोम्प्ट लिख कर आप अन्य AI tools की तरह ही इसका उपयोग कर सकते हैं।
आगे-आगे देखते हैं, व्हाट्सएप हमारे डिजिटल जीवन में और कितनी बड़ी भूमिका निभा सकता है। जिस तरह सोशल मीडिया, मैसेजिंग और ई-कॉमर्स के बीच की रेखाएं कमजोर होती जा रही हैं, लग रहा है कि व्हाट्सएप इन परिवर्तनों को पकड़ने में सबसे आगे है।
और अंत में, (at the End)
व्हाट्सएप का सफर दो दोस्तों के बीच एक छोटे से आइडिया से शुरू हुआ और अब यह दुनिया का सबसे बड़ा मैसेजिंग ऐप है। इसने संवाद और संचार के तरीकों को बदलकर ‘सोशल मीडिया क्रांति‘ लाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। समय-समय पर आ रहे नए फीचर्स ने इसकी लोकप्रियता और बढ़ा दी है।
आज दुनिया में 2 बिलियन से अधिक लोग इसे यूज कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर इसका बहुत बड़ा प्रभाव है। इसकी कहानी केवल तकनीकी प्रगति के बारे में नहीं है, बल्कि दुनिया भर में लोगों के एक साथ जुड़ कर उनके तौर तरीके को बदलने तक के बारे में भी है।
आज हमारे सामने एक अच्छा उदाहरण है कि कैसे एक व्हाट्सएप जैसा Platform 21वीं सदी में दूरियों को पाट सकता है। कई संस्कृतियों को एक साथ जोड़ सकता है और संचार को नया आकार दे सकता है। चाहे आप इसका प्रयोग मित्रों के साथ बात करने, व्यापार करने, या दुनिया में किसी भी कोने में रह रहे अपने परिजनों के साथ जुड़े रहने के लिए कर रहे हों, हमारे दैनिक जीवन पर व्हाट्सएप का प्रभाव निर्विवाद रूप से सत्य है – और इसकी कहानी अभी खत्म नहीं हुई है।
FAQ:
Ques: व्हाट्सएप क्या है?
Ans: व्हाट्सएप दुनिया का सबसे बड़ा और लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप है। यह लोगों को नए तरीके से कम्मुनिकेशन के साथ जोड़ता है। इसकी शुरुआत एक स्टार्टअप के रूप में हुई थी।
Ques: व्हाट्सएप की शुरुआत कैसे हुई?
Ans: व्हाट्सएप की शुरुआत वर्ष 2009, अमेरिका में हुई थी। ब्रायन एक्टन (Brian Acton) और जान कौम (Jan Koum) ने इसकी शुरुआत की। उनका उद्देश्य दोस्तों के बीच बातचीत को आसान बनाना था।
Ques: व्हाट्सएप का विकास कैसे हुआ?
Ans: अन्य ऐप्स की तरह शुरुआत में व्हाट्सएप का उपयोग धीरे-धीरे बढ़ा, फिर कुछ वर्षों में इसके 1 बिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हो गए। इस तरह व्हाट्सएप दिन पर दिन विकसित होता गया।
Ques: व्हाट्सएप कितना लोकप्रिय है?
Ans: व्हाट्सएप काफी लोकप्रिय है। इसकी लोकप्रियता का कारण है कि यह संचार को आसान बनाता है। आज दुनिया के 180 से अधिक देशों में इसका प्रयोग हो रहा है।
Ques: व्हाट्सएप ने सोशल मीडिया पर क्या प्रभाव डाला?
Ans: व्हाट्सएप ने संचार के तरीकों को बदल दिया। इसने लोगों को नए तरीके से संवाद करने का मौका दिया जिससे सोशल मीडिया में एक नई क्रांति का संचार हुआ।
Ques: भारत में व्हाट्सएप का क्या उपयोग है?
Ans: भारत में व्हाट्सएप का उपयोग बहुत अधिक है। लगभग हर व्यक्ति के पास यह ऐप है चाहे वो शहरी हो या ग्रामीण और वह इसका नियमित उपयोग भी करता है।
Ques: व्हाट्सएप का व्यवसायिक उपयोग कैसे होता है?
Ans: व्हाट्सएप का उपयोग कई कंपनियां अपने प्रॉडक्ट और सेवाएँ बेचने के लिए अपने ग्राहकों और कर्मचारियों को अपडेट रखने के लिए करती हैं।
Ques: व्हाट्सएप में सुरक्षा और गोपनीयता कैसी है?
Ans: व्हाट्सएप यूजर्स की गोपनीयता और सुरक्षा को लेकर हमेशा गंभीर है। व्हाट्सएप एन्ड-टू-एन्ड एन्क्रिप्शन (End – to – end) तकनीक का उपयोग करता है, जिससे संदेश/चैट्स सुरक्षित रहते हैं।
Ques: व्हाट्सएप का भविष्य कैसा दिख रहा है?
Ans: व्हाट्सएप लगातार नए फीचर्स और तकनीकों पर काम कर रहा है। भविष्य में और ज्यादा इन्नोवेशन और विकास की उम्मीद है।
Ques: व्हाट्सएप की क्या चुनौतियां हैं?
Ans: व्हाट्सएप की विकास यात्रा में अभी भी काफी चुनौतियां हैं। इनमें ‘फेक न्यूज़’ और ‘नफरत भरे संदेशों का प्रसार’, ‘गोपनीयता और सुरक्षा’ का प्रश्न, और विभिन्न देशों में रेगुलशन और नियमों का पालन करना शामिल है।
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